दोस्तों आज हम जानेंगे टेक्निकल एनालिसिस भाग -2 में Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है ?
दोस्तों हमें उम्मीद है कि आपको हमारा टेक्निकल एनालिसिस भाग-1 ब्लॉग अच्छा लगा होगा अगर आपने अभी तक टेक्निकल एनालिसिस भाग-1 को नहीं देखा है तो मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि पहले आप भाग-1 को देख ले जिससे कि आपको भाग-2 को समझने में आसानी हो |
अगर आपको टेक्निकल एनालिसिस भाग-1 से जुड़े कुछ सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स पर या आप हमें टेलीग्राम में फॉलो कर सकते हैं |
〉 Technical Analysis in hindi- Part 1
तो चलिए दोस्तों पहले समझते हैं कि टेक्निकल एनालिसिस भाग 2 में Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है ? हम क्या-क्या समझने वाले हैं आज के इस ब्लॉग में हम आप लोगों को बताएंगे कि टेक्निकल एनालिसिस में कितने प्रकार के चार्ट होते हैं? तथा कौन-कौन से महत्वपूर्ण चार्ट होते हैं जिनका हम असल जिंदगी में बहुत अधिक उपयोग करते हैं ?
तथा चार्ट को कैसे समझा जाता है ? यह सारी बातें आज हम अपने टेक्निकल एनालिसिस भाग 2 के ब्लॉक में समझेंगे |
तो चलिए दोस्तों पहले जानते हैं कि चार्ट क्या होते हैं ?
अनुक्रम
चार्ट क्या होते हैं ?
अगर बहुत आसान भाषा में आप को समझाएं तो चार्ट, शेयर के मूल्य को समय के साथ ग्राफिकल रूप में दिखाने की एक तकनीक होती है , जिससे आम निवेशकों को ऐतिहासिक शेयर मूल्यों के बारे में समझने में आसानी हो |
चार्ट शेयर बाजार के ऐतिहासिक डेटा को शेयर के मूल्य, शेयर के वोल्यूम(Volume) तथा समय अंतराल (Time Interval) के साथ दिखाता है |
चार्ट का उपयोग इतना प्रचलित है, कि तकनीकी विश्लेषक को अक्सर चार्टिस्ट के रूप में संदर्भित किया जाता है। मूल रूप से, चार्ट मैन्युअल रूप से तैयार किए गए थे, लेकिन आजकल अधिकांश चार्ट कंप्यूटर द्वारा तैयार किए जाते हैं।
Chart Pattern analysis in hindi
आइये सबसे पहले जानते है चार्ट कितने प्रकार के होते हैं
चार्ट कितने प्रकार के होते हैं ?
वैसे तो चार्ट के बहुत सारे प्रकार होते हैं परंतु हम आपको उन्हीं चार्ट के बारे में बताएंगे जो सामान्य तौर पर बहुत सारे तकनीकी विशेषज्ञ उपयोग करते हैं | तकनीकी विश्लेषकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले मुख्य चार्ट प्रकार हैं
- लाइन चार्ट (Line Chart)
- बार चार्ट (Bar Chart)
- कैंडलस्टिक चार्ट (Candelstick chart)
- प्वाइंट एंड फिगर चार्ट (Point and figure chart) चार्ट आदि हैं।
आइए एक-एक करके समझते हैं कि यह चार्ट क्या है तथा कैसे बनाए जाते हैं तो चलिए सबसे पहले जानते हैं लाइन चार्ट के बारे में |
Line Chart (लाइन चार्ट) :
सामान्यता आपने अगर कभी भी किसी भी शेयर का मूल्य कहीं पर भी देखा होगा तो सबसे पहले आपको इसी प्रकार का चार्ट देखने को मिलेगा इसे लाइन चार्ट बोलते हैं |
लाइन चार्ट (Line Chart), चार्ट का सबसे बेसिक रूप होता है जो प्रत्येक दिन के समापन मूल्य (Closing Price) से मिलकर बना होता है | लाइन चार्ट को बनाने के लिए प्रत्येक ट्रेडिंग डे का समापन मूल्य उपयोग में लिया जाता है |
अगर आप यह सोच रहे हो कि तब क्या होता है जब हम 5 मिनट 10 मिनट अथवा 4 घंटे का लाइन चार्ट देखते हैं तो उस समय कौन सा प्राइस लिया जाता है जिससे चार्ट को बनाया जा सके ?
मैंने यह चीज सबसे पहले पढ़ी थी तो मेरे भी दिमाग में यही सवाल आया था तो इसका उत्तर यह है कि जब भी हम 5 मिनट 10 मिनट अथवा 4 घंटे अथवा 6 महीने कितने का भी लाइन चार्ट बनाना चाहते हैं तो हम उसी समय अंतराल के अनुसार चार्ट को बनाते हैं |
उदाहरण के लिए मान लो अगर आपको 10 मिनट के समय अंतराल के लिए चार्ट बनाना हो तो आप हर 10 मिनट के समापन मूल्य अथवा Closing Price उपयोग में लेंगे चार्ट बनाने के लिए |
लाइन चार्ट (Line Chart) शेयर Price Movement को समझने का सबसे आसान तरीका है तथा बहुत से ट्रेडर्स इस तरीके का उपयोग भी करते हैं , परंतु इस चार्ट में एक कमी है कि यह केवल प्रत्येक दिन के Closing Price को ही दर्शाता है |
दोस्तों हमें आशा है आपको Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है समझ आ रहा होगा |
तो इसकी सहायता से आप शेयर मूल्य की विस्तार से जानकारी नहीं ले पाते हैं जिसकी कमी दूर करने के लिए बहुत से विशेषज्ञ बार चार्ट का इस्तेमाल करते हैं आइए अब समझते हैं कि बार चार्ट क्या होता है तथा यह कैसे बनता है ?
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Bar Chart (बार चार्ट)
सबसे पहले तो हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि बार चार्ट टेक्निकल एनालिसिस का एक बहुत महत्वपूर्ण चार्ट होता है इसे बहुत से विशेषज्ञ शेयर मूल्य को समझने के लिए इस्तेमाल करते हैं |
तकनीकी विश्लेषण के बुनियादी उपकरणों में से एक बार चार्ट है। बार चार्ट को ओपन-हाई-लो-क्लोज (Open High Low Close(OHLC)) चार्ट भी कहा जाता है यहां प्रत्येक दिन की शेयर मूल्य सीमा को एक ऊर्ध्वाधर बार (Vertical Bar) द्वारा दर्शाया गया है |
प्रत्येक ऊर्ध्वाधर बार (Vertical Bar) प्रत्येक दिन के शेयर मूल्य सीमा को दर्शाता है जैसे अगर आप प्रत्येक दिन का बार चार्ट देख रहे हैं तो यहां पर आपको हर एक ऊर्ध्वाधर लाइन प्रत्येक दिन की शेयर मूल्य सीमा को दर्शाता है |
अगर आप एक ऊर्ध्वाधर लाइन (Vertical Line) को अच्छे से देखें तो इसमें आपको ऊपर की तरफ High लिखा हुआ है नीचे की तरफ Low लिखा हुआ है बाएं तरफ क्षैतिज रेखा (Horizontal Line) लाइन में Open लिखा हुआ है और दाएं तरफ क्षैतिज रेखा (Horizontal Line) में Close लिखा हुआ है |
दोस्तों हमें आशा है आपको Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है समझ आ रहा होगा |
आइए समझते हैं इनका क्या क्या मतलब होता है ?
High का मतलब : यहां पर High दिन के उच्चतम मूल्य को दर्शाता है तो आप इसको देखकर यह समझ सकते हैं कि उस दिन शेयर का उच्चतम मूल्य क्या रहा होगा |
Low का मतलब : जी हां आप सही समझे लोग का मतलब यहां है है कि यह उस दिन के न्यूनतम मूल्य को दर्शाता है तो आप इसको देखकर समझ सकते हैं कि उस दिन का न्यूनतम मूल्य का रहा होगा |
Open का मतलब : बाएं तरफ की क्षैतिज रेखा (Horizontal Line) यह दर्शाती है कि उस दिन किस मूल्य पर शेयर ट्रेड करना स्टार्ट हुआ होगा | मतलब भारतीय समय के अनुसार यह 9:15 में जो तेल का मूल्य होगा उसको दर्शाता है |
Close का मतलब : दाएं तरफ की क्षैतिज रेखा (Horizontal Line) यानी Close Price ट्रेडिंग दिन की समापन मूल्य को दर्शाता है |
मुख्य बात : यदि उद्घाटन मूल्य (Open Price) समापन मूल्य (Closing Price) से कम है, तो बढ़ती अवधि का प्रतिनिधित्व करने के लिए लाइन को अक्सर हरे में रंगा जाता है। एक गिरती अवधि के लिए यह बात विपरीत है, जिसे लाल रंग द्वारा दर्शाया गया है।
Open Price < Closing Price तब ऊर्ध्वाधर लाइन (Vertical Line) का Color हरे रंग का होता है |
Open Price > Closing Price तब ऊर्ध्वाधर लाइन (Vertical Line) का Color लाल रंग का होता है |
जैसा कि हमने लाइन चार्ट में भी आपको बताया है कि यदि आप 1 दिन से ज्यादा अथवा जिस भी समय अंतराल के लिए चार्ट को देख रहे हैं उसी समय अंतराल के अनुसार यह चार्ट मूल्य सीमा को दर्शाएगा |
अगर नहीं समझ रहे हैं तो हम आपको उदाहरण के तौर पर समझाते हैं कि यदि आपने 6 महीने का बार चार्ट देख रहे हैं तो यहां पर प्रत्येक ऊर्ध्वाधर बार 6 महीने के शेयर मूल्य सीमा को दर्शाएगा |
बार चार्ट व्यापारियों को अधिक आसानी से पैटर्न खोजने में सक्षम बनाता है क्योंकि वे सभी कीमतों को ध्यान में रखते हैं, खुले (Open), उच्च (High), निम्न (Low) और बंद (Close)।
इस चार्ट पैटर्न में भी तमाम बातें अच्छी होने के बाद भी कुछ कमियां रह जाती हैं यह कमियां चार्ट के दिखने के ऊपर होती है |
बहुत से विशेषज्ञों को यह चार्ट देखने के लिए काफी समस्या होती है क्योंकि इसमें ऊर्ध्वाधर लाइन बहुत पतली होती है तो इस कमी को हटाने के लिए एक और बहुत उपयोगी तथा प्रसिद्ध चार्ट पेटर्न है जिससे कैंडलेस्टिक चार्ट पैटर्न बोलते हैं आइए समझते हैं क्या होता है ?
दोस्तों हमें आशा है आपको Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है समझ आ रहा होगा |
Candlesticks Chart (कैंडलेस्टिक चार्ट)
एक तरह से बोला जाए तो कैंडलस्टिक्स चार्ट (Candlesticks Chart) बार चार्टिंग (Bar charting) का जापानी संस्करण है और बाहर चार्ट की अपेक्षा अच्छा दिखने के कारण यह बहुत अधिक लोकप्रिय भी हो गया है |
बार चार्ट की ही तरह यहां पर भी open, close, high और low होता है तो उसका मतलब भी बिल्कुल वही होता है जो हमने ऊपर पढ़ा हुआ है |
इस चार्ट को कैंडलेस्टिक चार्ट इसलिए बोलते हैं क्योंकि इसमें शेयर मूल्य को दर्शाने के लिए जिस प्रकार की आकृति बनती है वह एक कैंडल (मोमबत्ती) की तरह दिखती है
जिसमें एक मोटे शरीर के साथ ऊपर या नीचे या दोनों जगह छाया दिखती है इस छाया को हम विक (wick) या शैडो (Shadow) बोलते हैं |
जैसा कि हम लोग इमेज में देख रहे हैं कि यहां पर दो रंग की कैंडल बनी हुई हैं तथा उसमें ऊपर की तरफ अपर शैडो तथा नीचे की तरफ लोअर शैडो बना हुआ है आइए एक-एक कर इनका मतलब समझते हैं |
अपर शैडो (Upper Shadow) का ऊपरी भाग शेयर मूल्य के उच्चतम मूल्य को दर्शाता है तथा लोअर शैडो (Lower Shadow) का सबसे निचला भाग दिन के सबसे न्यूनतम मूल्य को दर्शाता है तथा कैंडल का जो शरीर (Body) है वह उदघाटन मूल्य (Open Price) तथा समापन मूल्य(Close Price) से मिलकर बना होता है |
बार चार्ट की ही तरह यहां पर भी अगर कैंडल का शरीर हरे रंग का है तो इसका मतलब उदघाटन मूल्य (Open Price) समापन मूल्य(Close Price) से छोटा है अगर इसका विपरीत है तो कैंडल का शरीर लाल रंग का होगा |
अगर Open Price < Closing Price तब कैंडल का रंग – हरा (Green)
अगर Open Price > Closing Price तब कैंडल का रंग – लाल (Red)
कैंडलस्टिक्स के शरीर के बीच संबंध कैंडलस्टिक पैटर्न के लिए महत्वपूर्ण है। कैंडलस्टिक चार्ट शरीर के बीच अंतराल को आसान बनाते हैं। जो हमें बार चार्ट मे देखने में कठिनाई होती थी |
कैंडलस्टिक चार्ट का एक मामूली कमी यह है कि कैंडलस्टिक्स बार चार्ट की तुलना में अधिक जगह लेते हैं। अधिकांश चार्टिंग प्लेटफ़ॉर्म में, आप एक कैंडलस्टिक चार्ट की अपेक्षा में अधिक प्रदर्शित कर सकते हैं |
Point and figure Chart (प्वाइंट एंड फिगर चार्ट)
प्वाइंट एंड फिगर चार्ट इतना ज्यादा प्रसिद्ध या उपयोग किया जाने वाला चार्ट नहीं है परंतु इसका इतिहास बहुत लंबा तथा अच्छा रहा है पहले तकनीक विशेषज्ञ इस चार्ट का उपयोग डे ट्रेडिंग के लिए बहुत करते थे क्योंकि यहां पर चार्ट को समझने में कोई नॉइस (noise) नहीं थी |
पॉइंट और फिगर चार्ट में X और O के कॉलम होते हैं जो फ़िल्टर किए गए Price Movement का प्रतिनिधित्व करते हैं। X-Columns बढ़ती कीमतों का प्रतिनिधित्व करते हैं और O-Columns गिरती कीमतों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
X —> बढ़ती कीमतों का प्रतिनिधित्व
O —-> गिरती कीमतों का प्रतिनिधित्व
प्वाइंट एंड फिगर चार्ट चार्टिंग में समय कोई कारक नहीं है। कीमत में कोई हलचल नहीं है तो इसका मतलब प्वाइंट एंड फिगर चार्ट में कोई बदलाव नहीं है।
यहां पर शेयर खरीदने तथा बेचने का सिग्नल अधिक आसान तथा सटीक होता है इसमें किसी भी प्रकार की नॉइस (noise) नहीं होती है |
आज आपने क्या सीखा
हमने आपको शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस से जुड़े Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है इसको आज बताया है मैं उम्मीद करता हूं कि आपको यह चार्ट पैटर्न अच्छे से समझ में आया होगा अगर आपको किसी भी प्रकार का कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स पर लिख कर भेज सकते हैं जिसका जवाब हम जल्दी से जल्दी देने का प्रयत्न करेंगे |
ऊपर दिए गए सारे चार्ट पैटर्न की अलग-अलग विशेषता है यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के ट्रेडर या निवेशक हैं आप किसी भी चार्ट पैटर्न को फॉलो कर सकते हैं परंतु आपका ज्ञान बढे इसके लिए हमने आपको सारे महत्वपूर्ण चार्ट पैटर्न के बारे में समझा दिया है |
अगर आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स पर लिख कर बता सकते हैं जिससे हमें भी आपकी प्रतिक्रिया देखकर खुशी होगी हम अपने अगले टेक्निकल एनालिसिस भाग 3 में ट्रेंडिंग पैटर्न के बारे में जानेंगे |
दोस्तों सिर्फ यही Chart Pattern analysis in hindi – चार्ट पैटर्न क्या होता है आर्टिकल ही नहीं हमने अपने ब्लॉग में सभी आर्टिकल को इस प्रकार लिखा है की आसानी से कोई भी समझ सकता है
जैसे कि किसी घर को बनाने के लिए सबसे पहले उसकी न्यू बनानी पड़ती है उसी प्रकार चार्ट पैटर्न भी टेक्निकल एनालिसिस की एक प्रकार की नींव है मतलब किसी भी शेयर का विश्लेषण करने से पहले हमें उसका चार्ट पैटर्न देखना चाहिए |
शेयर बाजार में हर एक कंपनी के शेयर मूल्य का मूवमेंट होता है और उस मोमेंट को दिखाने के लिए हम चार्ट का उपयोग करते हैं तो आप किसी भी वित्त से जुड़ी फर्म में हर एक कंपनी का चार्ट पैटर्न देख सकते हैं |
ऊपर दिए गए सारे चार्ट पैटर्न महत्वपूर्ण है यह अलग-अलग विशेषज्ञ तथा उनकी जरूरत के अनुसार बनाए गए हैं तो इनमें से आपको जो भी चार्ट समझने में आसानी तथा जिसमें आपको लगता है ज्यादा जानकारी है तो आप उस चार्ट पेटर्न को चुन सकते हैं |
चार्ट पैटर्न की सहायता से हम किसी भी कंपनी के शेयर मूल्य का मूवमेंट तथा वोल्यूम तथा समय के साथ बदलाव को आसानी से समझ और देख सकते हैं इन्हीं की सहायता से टेक्निकल एनालिसिस में तमाम तरह के खरीदने तथा बेचने वाले इंडिकेटर भी बनते हैं |
अगर वर्तमान समय की बात करें तो सबसे ज्यादा लोकप्रिय तथा प्रसिद्ध चार्ट पैटर्न कैंडलेस्टिक चार्ट पैटर्न है जहां पर इसमें तमाम तरह की जानकारी के साथ-साथ दिखाने का तरीका भी काफी सराहनीय है मैं पर्सनली इसी चार्ट का उपयोग करता हूं |
2 thoughts on “Technical Analysis – Chart Pattern Analysis in Hindi”
Necessary information in easy Hindi. Details well explained with examples. Nice contribution to learners.
बहुत बहुत धन्यवाद सर,इस तरह के मोटिवेशन से हमारी टीम को उर्जा मिलती है|आप हमारे टेलीग्राम चैनल में जरुर जुड़े हम वंहा पर भी नयी नयी न्यूज़ देते रहते है |